खामोशी भरी आँखें है, ख़ामोशी भरें उठे है कदम… तनहा शायर हूँ खामोशी भरी आँखें है, ख़ामोशी भरें उठे है कदम… तनहा शायर हूँ
बिक्री है ये सपनों की बिक्री है ये अपनों की बिक्री है ये सपनों की बिक्री है ये अपनों की
बड़ी गहराई होती है किसी की ख़ामोशी में, वो बातें चीखकर भी समझाई नहीं जाती। बड़ी गहराई होती है किसी की ख़ामोशी में, वो बातें चीखकर भी समझाई नहीं जाती।
खामोशियाँ एक आवाज़ है गर कोई सुने तो, खामोशियाँ बहुत कुछ कहती हैं गर कोई समझे तो, खामोशियाँ एक आवाज़ है गर कोई सुने तो, खामोशियाँ बहुत कुछ कहती हैं गर कोई...
बड़ों के बुरे कर्मो की सजा की हम मासूम चुका रहे है कीमतें। बड़ों के बुरे कर्मो की सजा की हम मासूम चुका रहे है कीमतें।
हर दौर में हम जैसे दिवाने नहीं आते! नादान हवाओं के फ़साने नहीं आते!! हर दौर में हम जैसे दिवाने नहीं आते! नादान हवाओं के फ़साने नहीं आते!!